
Social Viral – कपड़ों के साथ आंखों का रंग बदलता बच्चा, वायरल वीडियो का रहस्य
कपड़ों के साथ आंखों का रंग बदलता बच्चा – वायरल वीडियो का रहस्य
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक छोटे बच्चे की आंखों का रंग उसके कपड़ों के अनुसार बदलता है। यह वीडियो लाखों लोगों द्वारा देखा और शेयर किया जा चुका है, और लोग इसे देखकर हैरान हैं। कुछ इसे चमत्कार मान रहे हैं, तो कुछ इसे साइंस से जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन क्या वाकई ऐसा संभव है? इस लेख में हम इस रहस्य की पूरी सच्चाई जानेंगे।
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वायरल वीडियो में क्या दिखाया गया है?
इस वीडियो में एक छोटे बच्चे को अलग-अलग रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं, और हर बार उसकी आंखों का रंग बदलता नजर आता है। जब बच्चा नीले रंग की शर्ट पहनता है, तो उसकी आंखें नीली दिखती हैं। हरे कपड़े पहनते ही आंखें हरी हो जाती हैं, और लाल या पीले रंग के कपड़े पहनने पर उसकी आंखों का रंग हल्का भूरा या सुनहरा दिखाई देता है।
यह वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा, और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। कुछ लोगों ने इसे चमत्कार कहा, तो कुछ ने इसे कैमरा इफेक्ट और एडिटिंग का कमाल बताया। वहीं, वैज्ञानिकों ने इसे आंखों की संरचना और प्रकाश के प्रभाव से जोड़कर देखा।
क्या यह विज्ञान द्वारा संभव है?
आंखों का रंग मुख्य रूप से मेलानिन (Melanin) नामक पिगमेंट पर निर्भर करता है। मेलानिन जितना ज्यादा होगा, आंखों का रंग उतना ही गहरा (भूरा या काला) होगा, और मेलानिन कम होने पर आंखें नीली, हरी या ग्रे हो सकती हैं। लेकिन क्या यह रंग कपड़ों के अनुसार बदल सकता है?
1. ऑप्टिकल इल्यूजन (Optical Illusion) और रिफ्लेक्टिव लाइटिंग
जब कोई हल्के या चमकीले रंग के कपड़े पहनता है, तो उनकी रोशनी चेहरे और आंखों पर पड़ती है, जिससे आंखों का रंग बदला हुआ लग सकता है।
नीले, हरे या लाल रंग के कपड़े, आंखों की आईरिस (Iris) से रिफ्लेक्ट होकर उसका शेड अलग दिखा सकते हैं।
यह पूरी तरह से प्रकाश के परावर्तन (Reflection) पर निर्भर करता है।
2. इरिस का अनोखा गुण (Iris Adaptability)
कुछ लोगों की आंखें वातावरण और रोशनी के अनुसार थोड़ा बदल सकती हैं, जिसे “कैमेलियन आई इफेक्ट” (Chameleon Eye Effect) कहा जाता है।
हालांकि, यह बदलाव बहुत हल्का होता है और किसी इंसान की आंखें पूरी तरह से एक रंग से दूसरे रंग में नहीं बदलतीं।
3. मेडिकल कंडीशन – हेटरोक्रोमिया (Heterochromia)
हेटरोक्रोमिया एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति है, जिसमें एक व्यक्ति की आंखों का रंग असमान हो सकता है।
कुछ मामलों में, किसी चोट, बीमारी या सर्जरी के बाद भी आंखों का रंग हल्का-फुल्का बदल सकता है।
क्या यह एडिटिंग और कैमरा फिल्टर का खेल है?
आज के डिजिटल जमाने में वीडियो एडिटिंग बहुत आसान हो गई है। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो मिलते हैं, जिनमें लोग स्पेशल इफेक्ट्स और कैमरा फिल्टर का इस्तेमाल करके आंखों का रंग बदलते हुए दिखाते हैं।
इस वायरल वीडियो के बारे में कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें कलर ग्रेडिंग, फिल्टर या एडिटिंग का उपयोग किया गया है, जिससे आंखों का रंग अलग-अलग दिखता है।
वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है?
अभी तक इस वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स ने इसे कैमरा ट्रिक और प्रकाश प्रभाव का नतीजा बताया है। हालांकि, यह भी संभव है कि बच्चे की आंखें स्वाभाविक रूप से हल्का रंग बदलने में सक्षम हों, लेकिन यह बहुत ही दुर्लभ घटना होगी।
निष्कर्ष
कपड़ों के अनुसार आंखों का रंग बदलना एक रहस्यमयी और दिलचस्प विषय है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से यह पूरी तरह संभव नहीं है। कुछ स्थितियों में रोशनी, कैमरा फिल्टर और आनुवंशिकी के कारण आंखों का रंग अलग दिख सकता है, लेकिन यह स्थायी बदलाव नहीं होता।
अगर आपने भी यह वीडियो देखा है और इस पर अपनी राय बनाना चाहते हैं, तो हमें कमेंट में जरूर बताएं! इस लेख को शेयर करें ताकि और लोग भी इस वायरल वीडियो को देख सकें।
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