
14 मार्च 2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण, समय, दृश्यता और प्रभाव
14 मार्च 2025 को एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। आइए इस ग्रहण से संबंधित सभी प्रमुख जानकारियाँ विस्तार से समझते हैं।
1. ग्रहण का समय और दृश्यता
भारतीय समयानुसार (IST):
ग्रहण प्रारंभ: सुबह 9:29 बजे
पूर्ण ग्रहण: सुबह 10:41 बजे से दोपहर 2:18 बजे तक
ग्रहण समाप्त: दोपहर 3:29 बजे
चूंकि यह ग्रहण भारत में दिन के समय होगा, इसलिए यहाँ यह दृश्य नहीं होगा।
दृश्यता के क्षेत्र:
यह चंद्रग्रहण मुख्यतः निम्नलिखित क्षेत्रों में देखा जा सकेगा:
उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका
पश्चिमी यूरोप
पश्चिमी अफ्रीका
अटलांटिक महासागर के क्षेत्र
2. ब्लड मून: चंद्रमा का लालिमा धारण करना
पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान, चंद्रमा पृथ्वी की छाया में पूरी तरह से आ जाता है, जिससे वह लाल या नारंगी रंग का दिखाई देता है। इस घटना को ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। यह दृश्य खगोल प्रेमियों के लिए अत्यंत रोमांचक होता है, क्योंकि चंद्रमा का यह रूप सामान्यतः देखने को नहीं मिलता।
3. भारत में सूतक काल की मान्यता
चूंकि यह चंद्रग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए यहाँ सूतक काल मान्य नहीं होगा। सूतक काल वह अवधि होती है जिसमें धार्मिक और शुभ कार्यों को करने से परहेज किया जाता है। लेकिन इस ग्रहण के भारत में दृश्य न होने के कारण, यहाँ के लोग सामान्य दिनचर्या का पालन कर सकते हैं।
4. अगला पूर्ण चंद्रग्रहण: 7 सितंबर 2025
यदि आप इस चंद्रग्रहण को देखने से वंचित रहेंगे, तो चिंता की बात नहीं है। साल 2025 में अगला पूर्ण चंद्रग्रहण 7 सितंबर को होगा, जो भारत में दृश्य होगा। यह ग्रहण रात 9:57 बजे से शुरू होकर रात 1:26 बजे तक चलेगा। इस दौरान, चंद्रमा का अद्भुत रूप भारत के विभिन्न हिस्सों में देखा जा सकेगा।
अंत में, 14 मार्च 2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, लेकिन भारत में यह दृश्य नहीं होगा। अतः यहाँ के लोग अपनी सामान्य दिनचर्या का पालन कर सकते हैं। अगले पूर्ण चंद्रग्रहण के लिए 7 सितंबर 2025 का इंतजार किया जा सकता है, जब भारत में यह दृश्य होगा।
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