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चिंतपूर्णी मंदिर का विस्तार : माता के दरबार को मिलेगा नया रूप, 10 करोड़ रुपये स्वीकृत

चिंतपूर्णी मंदिर का विस्तार : माता के दरबार को मिलेगा नया रूप, 10 करोड़ रुपये स्वीकृत

भारत में देवी उपासना का केंद्र रहे चिंतपूर्णी मंदिर के विस्तार की योजना अब एक बड़े स्वरूप में सामने आई है। मंदिर ट्रस्ट ने इसके विकास व पुनरुद्धार के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। हर वर्ष लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है।

मंदिर के विस्तार हेतु भूमि अधिग्रहण के लिए स्वीकृत राशि

चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के संरक्षण और विस्तार हेतु भूमि अधिग्रहण के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि को स्वीकृति दी है। यह राशि वर्ष 2024-25 के दौरान उपयोग में लाई जाएगी। इस भूमि पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नई संरचनाएं बनाई जाएंगी।

परियोजना का दूसरा चरण हुआ शुरू

परियोजना का दूसरा चरण भी आरंभ कर दिया गया है। इस चरण में विशेष रूप से मंदिर के आसपास के क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण कर उसे सुचारू रूप से विकसित किया जाएगा। इसमें पार्किंग, धर्मशालाएं, रेस्ट एरिया, प्रसाद वितरण केंद्र और 24 घंटे संचालित शौचालयों की व्यवस्था की जाएगी।

माता चिंतपूर्णी ट्रस्ट की बैठक में लिए गए अहम निर्णय

माता चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट की हाल ही में हुई बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विशेष रूप से ट्रस्ट के अध्यक्ष धीरज कुमार शर्मा के नेतृत्व में यह तय किया गया कि मंदिर परिसर को आधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए सड़क सुविधा में होगा सुधार

मंदिर के गेट नंबर 1 और 2 तक श्रद्धालुओं को सुगमता से पहुंचाने के लिए रोड निर्माण का प्रस्ताव भी पारित हुआ है। इन गेट्स तक तीन-लेन सड़कें बनाई जाएंगी जिससे भीड़-भाड़ के समय दर्शनार्थियों को कोई असुविधा न हो। यह सड़कें मुख्य बस स्टैंड और पार्किंग से मंदिर तक सीधे जुड़ेंगी।

सुरक्षा और प्रबंधन के लिए लगाए जाएंगे कर्मचारी

मंदिर परिसर और नए विकास कार्यों में ट्रैफिक, पार्किंग, और सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए पुलिस प्रशासन के साथ भी समन्वय किया जा रहा है।

सुलभ इंटरनेशनल को 24 घंटे शौचालयों के संचालन की जिम्मेदारी

श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुलभ इंटरनेशनल को 24 घंटे खुले रहने वाले शौचालयों के निर्माण एवं संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। यह निर्णय विशेष रूप से महिला श्रद्धालुओं के लिए राहत देने वाला है।

हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से आते हैं श्रद्धालु

चिंतपूर्णी मंदिर उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। यहाँ हर साल लाखों की संख्या में भक्त देश-विदेश से माता के दर्शन हेतु आते हैं। नवरात्रि, सावन और विशेष तिथियों पर यहाँ अपार भीड़ उमड़ती है। ऐसे में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह विकास आवश्यक हो गया था।

पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

इस विस्तार परियोजना से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। मंदिर परिसर में बन रही नई दुकानों, गेस्ट हाउस, कैफेटेरिया और शॉपिंग एरिया से स्थानीय व्यवसाय को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

भविष्य की योजना: आध्यात्मिक पर्यटन हब बन सकता है चिंतपूर्णी

अगर इस परियोजना को सफलता मिलती है तो चित्रपूर्णी को एक बड़े आध्यात्मिक पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा सकता है। इससे हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी और धार्मिक पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी मिलेगी।

आध्यात्मिकता और विकास का मिलन : चिंतपूर्णी मंदिर का यह विस्तार न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा देगा, बल्कि भारत की आध्यात्मिक विरासत को भी सशक्त करेगा। ट्रस्ट द्वारा की गई यह पहल धार्मिक पर्यटन को नया आयाम देगी और क्षेत्रीय विकास को गति प्रदान करेगी।

 

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