पृथ्वी का “फेफड़ा”: अमेज़न रेनफॉरेस्ट की अनमोल धरोहर, जाने इससे जुड़े रहस्य

पृथ्वी का “फेफड़ा”: अमेज़न रेनफॉरेस्ट की अनमोल धरोहर, जाने इससे जुड़े रहस्य

पृथ्वी का “फेफड़ा”: अमेज़न रेनफॉरेस्ट की अनमोल धरोहर, जाने इससे जुड़े रहस्य

धरती पर जीवन का मूल आधार है – ऑक्सीजन, जल और हरियाली। इन्हीं में से एक अनमोल खज़ाना है – अमेज़न रेनफॉरेस्ट, जिसे अक्सर “पृथ्वी का फेफड़ा” (Lungs of the Earth) कहा जाता है। ब्राज़ील, पेरू, कोलंबिया समेत नौ दक्षिण अमेरिकी देशों में फैला यह विशाल वर्षावन पृथ्वी पर सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय रेनफॉरेस्ट है। अपने विशाल पेड़-पौधों के कारण यह जंगल वैश्विक ऑक्सीजन का एक बड़ा हिस्सा पैदा करता है, जो हमारे अस्तित्व के लिए अत्यंत आवश्यक है।

img_20250409_132031786861346108916341 पृथ्वी का "फेफड़ा": अमेज़न रेनफॉरेस्ट की अनमोल धरोहर, जाने इससे जुड़े रहस्य

अमेज़न रेनफॉरेस्ट – एक परिचय

अमेज़न रेनफॉरेस्ट लगभग 55 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 16,000 से अधिक प्रजातियों के वृक्ष, लाखों की संख्या में पौधें, जीव-जंतु और पक्षियों की अनगिनत प्रजातियाँ निवास करती हैं। यह जंगल लगभग 20% ऑक्सीजन का उत्पादन करता है, जो इसे “पृथ्वी का फेफड़ा” कहे जाने का कारण बनाता है।

जीवनदायिनी ऑक्सीजन का स्रोत

अमेज़न के पेड़ दिन में प्रकाश-संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया से कार्बन डाइऑक्साइड लेकर ऑक्सीजन छोड़ते हैं। इस प्रक्रिया के चलते यह जंगल वायुमंडल को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है। हालाँकि हालिया अध्ययनों से यह सामने आया है कि जितनी ऑक्सीजन अमेज़न उत्पन्न करता है, वह खुद ही उपभोग भी कर लेता है, लेकिन इसके बावजूद वैश्विक जलवायु नियंत्रण में इसकी भूमिका असाधारण है।

जैव विविधता का खजाना

अमेज़न रेनफॉरेस्ट को जैव विविधता की दृष्टि से धरती का सबसे समृद्ध क्षेत्र माना जाता है। इस जंगल में

1) 400 अरब से अधिक पेड़ पाए जाते हैं।

2) 2.5 मिलियन से अधिक कीट प्रजातियाँ।

3) 1300+ पक्षियों की प्रजातियाँ।

4) 430 से अधिक स्तनधारी।

5) 3000 से ज्यादा मछलियों की प्रजातियाँ।

यहाँ मिलने वाली जैव विविधता से न केवल पर्यावरण को संतुलित बनाए रखा जाता है, बल्कि कई औषधियाँ भी इन्हीं पौधों और जीवों से तैयार की जाती हैं।

पर्यावरणीय महत्व

1) अमेज़न रेनफॉरेस्ट न केवल ऑक्सीजन देता है, बल्कि यह कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग कम होती है।

2) जलवायु को नियंत्रित करता है और वर्षा के चक्र को संतुलित करता है।

3) नदियों और जल स्रोतों की शुद्धता को बनाए रखता है।

खतरे में है पृथ्वी का फेफड़ा

आज अमेज़न रेनफॉरेस्ट पर विनाश का खतरा मंडरा रहा है। अवैध कटाई, जंगलों की आग, खनन, खेती के लिए भूमि का उपयोग और शहरीकरण इसके प्रमुख कारण हैं। अकेले ब्राज़ील में हर साल लाखों हेक्टेयर जंगल नष्ट हो जाते हैं। यह न केवल वहाँ की जैव विविधता को खतरे में डालता है, बल्कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन को भी गति देता है।

संरक्षण की आवश्यकता

अगर अमेज़न को बचाना है, तो हमें वैश्विक स्तर पर प्रयास करने होंगे:

1. वनों की अवैध कटाई पर रोक लगानी होगी।

2. स्थायी खेती और विकास को बढ़ावा देना होगा।

3. स्थानीय समुदायों को संरक्षण में भागीदार बनाना होगा।

4. प्राकृतिक संसाधनों के दोहन पर नियंत्रण करना होगा।

हम क्या कर सकते हैं?

1) कागज़ और लकड़ी के उत्पादों का सोच-समझकर उपयोग करें।

2) पर्यावरणीय संगठनों को सहयोग दें जो अमेज़न संरक्षण में लगे हैं।

3) शिक्षा और जागरूकता फैलाएं कि यह जंगल सिर्फ दक्षिण अमेरिका का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का है।

अमेज़न रेनफॉरेस्ट केवल एक जंगल नहीं है, बल्कि यह जीवन का आधार है। इसे बचाना हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है। अगर हम आज सजग नहीं हुए, तो आने वाली पीढ़ियाँ एक ऐसी धरती पर जीवित रहेंगी, जहाँ न हरियाली होगी, न शुद्ध हवा और न ही जीवों की वह विविधता जो आज हमें जीवन देती है।

आइए, पृथ्वी के फेफड़े को सांस लेने दें – ताकि हम भी सांस ले सकें।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *