
नाभि में छिपा है हर बीमारी का इलाज, जानिए अद्भुत नाभि चिकित्सा के रहस्य
नाभि में छिपा है हर बीमारी का इलाज, जानिए अद्भुत नाभि चिकित्सा के रहस्य
भूमिका
प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में नाभि को शरीर का केंद्र माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार, नाभि न केवल जन्म का आधार है बल्कि यह हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु भी है। क्या आप जानते हैं कि नाभि में छुपा है हर बीमारी का इलाज? आज के इस ब्लॉग में हम आपको नाभि चिकित्सा के चमत्कारी लाभों और इसके वैज्ञानिक रहस्यों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
नाभि क्या है और इसका महत्व?
नाभि को अंग्रेजी में Navel या Belly Button कहा जाता है। यह शरीर का वह बिंदु है जहां से हमारी जीवन यात्रा शुरू होती है। नाभि शरीर का केंद्र बिंदु है और इसे ऊर्जा का स्रोत भी माना जाता है। आयुर्वेद में नाभि को “पेपेरिक केंद्र” कहा गया है, जहां 72,000 से ज्यादा नसों का मिलन होता है। यही कारण है कि नाभि में तेल लगाने से शरीर के कई रोग स्वतः ही ठीक हो जाते हैं।
नाभि से इलाज का विज्ञान
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो नाभि के नीचे Pechoti gland पाई जाती है। यह ग्रंथि शरीर के हर हिस्से से जुड़ी होती है। जब हम नाभि में तेल डालते हैं तो यह ग्रंथि तेल को अवशोषित कर पूरे शरीर में पहुंचा देती है।
नाभि में तेल लगाने के फायदे
नाभि में तेल लगाने से कई बीमारियों का उपचार संभव है। इसमें सबसे प्रमुख लाभ हैं:
1. त्वचा संबंधी समस्याएं
- रूखी त्वचा
- झाइयां
- मुंहासे
- फटी एड़ियां
उपाय: नारियल तेल या बादाम तेल रोज रात को नाभि में लगाएं।
2. संतान सुख के लिए
जिन महिलाओं को गर्भधारण में समस्या होती है, उन्हें नाभि में जैतून का तेल या सरसों का तेल लगाने की सलाह दी जाती है।
3. पाचन तंत्र के लिए
- गैस
- कब्ज
- एसिडिटी
उपाय: 2-3 बूंद अदरक या नारियल तेल नाभि में लगाने से पाचन क्रिया मजबूत होती है।
4. दर्द निवारक उपचार
- जोड़ों का दर्द
- सिर दर्द
- मासिक धर्म में दर्द
उपाय: सरसों का तेल या घी नाभि में लगाने से दर्द में राहत मिलती है।
5. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए
बादाम तेल या सरसों का तेल नाभि में लगाने से आंखों की रोशनी तेज होती है।
कैसे करें नाभि चिकित्सा?
- रात को सोने से पहले साफ हाथों से नाभि को गुनगुने पानी से साफ करें।
- तेल की 2-3 बूंदें नाभि में डालें।
- हल्के हाथों से नाभि के चारों ओर घड़ी की दिशा में 5-10 मिनट तक मालिश करें।
- लगातार 15-20 दिन तक यह प्रक्रिया दोहराएं।
कौन-कौन से तेल नाभि में लगाए जा सकते हैं?
नाभि चिकित्सा के वैज्ञानिक प्रमाण

आधुनिक शोध के अनुसार, नाभि में तेल लगाने से Parasympathetic Nervous System सक्रिय होता है, जो शरीर के तनाव को कम करने और हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
सावधानियां
- तेल लगाने से पहले हाथ और नाभि को साफ करें।
- केवल शुद्ध तेलों का ही प्रयोग करें।
- गर्भवती महिलाएं चिकित्सक की सलाह के बिना नाभि चिकित्सा ना करें।
निष्कर्ष
नाभि चिकित्सा एक प्राचीन और प्रभावी चिकित्सा पद्धति है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर की कई बीमारियों को ठीक कर सकती है। अगर आप प्राकृतिक तरीकों से स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो नाभि चिकित्सा को अपनी दिनचर्या में जरूर अपनाएं।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. नाभि में तेल कब लगाना चाहिए?
रात को सोने से पहले नाभि में तेल लगाना सबसे फायदेमंद होता है।
Q2. क्या बच्चों को नाभि में तेल लगाया जा सकता है?
हां, बच्चों को नारियल तेल या सरसों का तेल नाभि में लगाने से सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है।
Q3. नाभि में कौन-कौन से तेल सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं?
बादाम तेल, नारियल तेल, सरसों का तेल और जैतून का तेल।
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